जो अक्षय वट वृक्ष बन देगा सबको छाया। जो अक्षय वट वृक्ष बन देगा सबको छाया।
प्रकृति का आनन्द नर्तन.. चारो दिशाएं इठलाती हैं.. प्रकृति का आनन्द नर्तन.. चारो दिशाएं इठलाती हैं..
नूतन वर्ष में हम सभी रहे ख़ुशहाल, अराजकता हिंसा में न गुजरे ये साल! सबके मन में हो नव चेतन का संचा... नूतन वर्ष में हम सभी रहे ख़ुशहाल, अराजकता हिंसा में न गुजरे ये साल! सबके मन मे...
प्राणियों में सृजन का नव संचार हो, नैतिकता का सब जगह ही प्रचार हो! लोभ को तजने का हम संकल्प लें, ... प्राणियों में सृजन का नव संचार हो, नैतिकता का सब जगह ही प्रचार हो! लोभ को तजने...
वर दे वीणावादिनी वर दे ! ----- सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला" वर दे वीणावादिनी वर दे ! ----- सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
बिसरा सारे अंधियारे को नव प्रकाश से नाता जोड़ें। बिसरा सारे अंधियारे को नव प्रकाश से नाता जोड़ें।